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Showing posts from December, 2021

धार्मिक सद्भाव और एकता भारत की पहचान

धार्मिक सद्भाव और एकता भारत की पहचान मोहम्मद राशिद खान भारत एक ऐसा देश है जहां सदियों से विभिन्न धर्मों के लोग रहे हैं। भारत विभिन्न धर्मों के अनुयायियों के बीच अपनी एकता और सद्भाव के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। ऐसा नहीं है कि इस एकता और सद्भाव को भंग करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया, लेकिन ऐसा प्रयास करने वालों को हमेशा असफल ही हाना पड़ा। प्रसिद्ध विद्वान मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी ने इस संबंध में बहुत यथार्थवादी विश्लेषण किया है। वह एक जगह लिखते हैं कि जब भारत में ब्रिटिश शासन से आजादी की लड़ाई शुरू हुई तो इस संघर्ष में मुस्लिम और हिन्दू सभी समुदायों ने मिलकर हिस्सा लिया। हालाँकि अंग्रेजों की साजिशों के कारण स्थिति कभी-कभी बिगड जाती थी और हिंदू-मुस्लिम दंगे भड़क जाते थे। यह एक बड़ी त्रासदी थी। प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद ने तो हिंदू-मुस्लिम एकता को स्वतंत्रता पर प्राथमिकता दी। लेकिन ऐसे देशभक्त लोगों की बात लागों ने नहीं सुनी और कुछ भावुक नेताओं ने देश को दो टुकड़ों में बांट दिया। हिंदू-मुस्लिम एकता को भी नुकसान पहुंचाया जाने लगा, इंसानों का खून इतना ...

Mazhabi Ham aahangi w ittehad Hindustan ki Shanakhtمذہبی ہم آہنگی و اتحاد ہندوستان کی شناخت

مذہبی ہم آہنگی و اتحاد ہندوستان کی شناخت محمد راشد خان ہندوستان ایک ایسا ملک ہے جہاں مختلف مذاہب و ادیان کے ماننے والے صدیوں سے آباد ہیں۔ مختلف مذاہب کے ماننے والوں کے درمیاں اتحاد و ہم آہنگی کے لئے ہندوستان پوری دنیا میں اپنی شناخت رکھتا ہے۔ ایسا نہیں ہے کہ اس اتحاد و ہم آہنگی کودرہم برہم کرنے کے لئے کوشش نہیں کی گئی لیکن ایسی کوشش کرنے والوں کو ہمیشہ منہ کی کھانی پڑی۔ معروف اسکالر مولانا خالف سیف اللہ رحمانی نے اس سلسلہ میں بڑا حقیقت پسندانہ تجزیہ کیا ہے۔ وہ ایک جگہ لکھتے ہیں کہ ہندوستان میں انگریزوں کے تسلط کے بعد جب آزادی کی لڑائی شروع ہوئی تو مسلمانوں اور غیر مسلموں نے مل کر اس جنگ میں حصہ لیا۔ اگرچہ انگریزوں کی سازشوں اور ریشہ دوانیوں کی وجہ سے کبھی کبھی اس صورت حال میں رخنہ بھی پڑتا تھا اور ہندو مسلم فسادات کی نوبت بھی آجاتی تھی لیکن بحیثیت مجموعی 1947ء تک اتحاد کی یہ فضاء بڑی حد تک باقی رہی، افسوس کہ ملک کی آزادی ملک کی تقسیم کی صورت میں سامنے آئی، اور وطن عزیز دو حصوں میں بٹ گیا، یہ بہت بڑا سانحہ تھا، مشہور مجاہد آزادی مولانا ابوالکلام آزادؒ تو آزادی پر ہندو -مسلم اتحاد کو ترج...